सूचना प्रौद्योगिकी

सूचना प्रौद्योगिकी तकनीको का उपयोग विभागीय कार्यों में गतिशीलता लाने हेतु किया जा रहा है जिसका विवरण निम्नानुसार है:-

जी.आई.एस. (भौगोलिक सूचना प्रणाली)


सूचना प्रौद्योगिकी शाखा में जी.आई.एस. तकनीक का प्रयोग वन क्षेत्रों के नक्शों के निर्माण एवं संधारण के लिये किया जाता है।

  • वन खण्डों के मानचित्रों का डिजिटाईजेशन

वनखण्डों के मूल मानचित्रों एवं राजस्व विभाग के खसरेवार उपलब्ध जी.आई.एस. डेटा का उपयोग कर नक्शे तैयार किये गये हैं। 64 वनमण्डल में से 40 के परिष्कृत मानचित्र तैयार किये गये हैं एवं कार्य आयोजना में समायोजन किया जा चुका है एवं 23 वनमण्डलों के वनक्षेत्रों के मानचित्रों का सुधार कार्य प्रगति पर है जिसे शीघ्र पूर्ण किया जायेगा।
विभाग द्वारा मानचित्रों की गुणवत्ता एवं पारदर्शिता के लिये जी.आई.एस. पोर्टल का उपयोग किया जा रहा है एवं समस्त मानचित्र वेब मैप के माध्यम से वनमंडलों एवं कार्य आयोजना इकाईयों ऑनलाईन प्रदान किया जा रहा है। मैप आई.टी. के माध्यम से अन्य शासकीय संस्थाओं को भी डेटा प्रदाय किया जा रहा है।

  • नक्शों की गुणवत्ता का सुधार

नक्‍शों की गुणवत्ता सुधार के लिये मोबाईल जी.आई.एस. का भी उपयोग किया जा रहा है, इसके अंतर्गत 2 मोबाईल ऐप विभाग द्वारा संचालित हैं Survey 123 एवं Collector for ArcGIS ये दोनों एप विभागीय पोर्टल से संचालित होती हैं एवं डेटा रियल टाईम में पोर्टल पर उपलब्ध हो जाता है जो वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा पोर्टल पर ऑन-लाईन देखा जा सकता है। इस कार्य हेतु विभागीय क्षेत्रीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों को Login ID एवं Password प्रदाय किये गये हैं।

  • सूचना प्रौद्योगिकी द्वारा कार्य आयोजना तथा प्रबंधन हेतु मानचित्रों का सृजन

विभिन्न कार्य आयोजनाओं के निर्माण, तथा वन मंडलों के सुचारू प्रबंधन हेतु सूचना प्रौद्योगिकी शाखा के द्वारा अनेक मानचित्रों को यूनिफाईड तरीके से बनाकर उन्हें एटलस के रूप में सभी कार्य आयोजना अधिकारियों, मुख्य वन संरक्षकों तथा वन मंडलाधिकारियों को एकल लॉगिन द्वारा उपलब्ध कराया जा रहा है। इनमे से कुछ एटलस निम्नानुसार है-

  • फायर एटलस-

मध्यप्रदेश में कार्य आयोजनाओं में फायर नक्शा डालना वन अग्नि प्रंबधन हेतु आवश्यक है। इस हेतु वन के मानचित्रों को ग्रिड में बांट जाता है तथा विगत 05 वर्षो की वन अग्नि की घटनाओं को दर्शाया जाता है, जिससे उन क्षेत्रों को जिनमें कम या अधिक अग्नि के प्रकरण हो रहे है, अलग अलग पहचाना जा सके। इस प्रक्रिया में प्रायः क्षेत्रीय अमले से जानकारी एकत्रित कर उसका डिजिटाईजेशन तथा मानचित्रि करण किया जाता है, जिसमें अधिक समय लगाने के साथ-साथ त्रृटियों की संभावना रहती है।
इन कमियों पर काबू पाने के लिए सूचना प्रौद्योगिकी शाखा द्वारा प्रदेश के सभी वन मंडलों के फायर नक्शों को निर्माण, सेटलाईट डेटा के उपयोग से किया गया है, जिसे http://mpforest.gov.in/Publicdomain/atlas/FireAtlas.pdf पर उपलब्ध कराया गया है। इसमें वे कम्पाटमेंट, जिनमे पिछले 05 वर्षों में कोई वन अग्नि की घटना नही हुई है, को हरे रंग से दर्शार्या गया है तथा वन अग्नि की घटनाओं वाले क्षेत्रों को अधिकाधिक लाल रंग से दर्शार्या गया है।

  • कंटूर मानचित्रों का एटलस

कंटूर मानचित्रों से विभिन्न क्षेत्रों के सतह तथा ढलान का पता चलता है, जिससे क्षेत्रों के पहॅुच मार्ग तथा सिल्वीकल्चरली सूटेबल प्लांटेशन प्रजातियों के बारे में जानकारी मिलती है। अतः प्रंबधन योजना में कंटूर मानचित्रों को सम्मिलित किया जाता है।
सूचना प्रौद्योगिकी शाखा द्वारा सैटेलाईट राडार की आधुनिक तकनीकों का उपयोग कर सभी वनमंडलों के कंटूर मानचित्रों का सृजन कर http://mpforest.gov.in/Publicdomain/ atlas/Atlas_contour.pdf पर उपलब्ध कराया गया है।

  • हिलशेड मानचित्रों का एटलस

हिलशेड मानचित्र ऊचाई मानचित्रों में थ्रीडी डेटा सम्मिलित कर बनाए जाते है, जिससे विभिन्न क्षेत्रों की सतह के बारे में त्वरित जानकारी मिलती है।
सूचना प्रौद्योगिकी द्वारा सैटेलाईट राडार की आधुनिक तकनीकों का उपयोग कर सभी वनमंडलों के हिलशेड मानचित्रों का सृजन कर http://mpforest.gov.in/Publicdomain/atlas/Atlas_hillshade.pdf पर उपलब्ध कराया गया है।

  • विभिन्न संरक्षित क्षेत्रों तथा वन मंडलों के थ्री डी मानचित्र

वनों के भीतर विभिन्न वानिकी गतिविधियों के लिए क्षेत्र चयन हेतु सूचना प्रौद्योगिकी शाखा द्वारा डिजिटल एलीवेशन माडल की आधुनिक तकनीक के उपयोग से विभिन्न संरक्षित क्षेत्रों तथा वन मंडलों के थ्री डी मानचित्रों /decision support system का निर्माण कर http://mpforest.gov.in/Publicdomain/atlas/index.html पर उपलब्ध कराया गया है।
वर्तमान में शाखा द्वारा परिष्कृत की गई एवं शासन द्वारा स्वीकृत कुल 40 कार्य आयोजना के डाटा का उपयोग कर सूचना प्रौद्योगिकी की GIS Wing द्वारा निम्न प्रकार की GIS Applications का निर्माण किया जा रहा है; जिसकी सहायता से क्षेत्रीय स्तर पर अधिकारी एवं कर्मचारी GIS संबधित समस्त कार्यों को सुलभता से कर सकेगे। इस तारतम्य में उमरिया वनमंडल को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में तैयार कर दिया गया है एवं शेष 39 वनमंडलों पर कार्य किया जा रहा है। निर्माण की गई समस्त GIS Applications के Mobile एवं Desktop Version उपलब्ध है।

  • Administrative Boundaries Web App – (GIS Web Map Application)

उक्त GIS Application का उपयोग कर वरिष्ठ अधिकारी से लेकर मैदानी कर्मचारी तक सभी वनमंडल की Administrative Boundaries को आसानी से देख सकते है। Administrative Boundaries में यदि त्रुटि परिलक्षित होती है तो उसे चिन्हित कर सूचना प्रौद्योगिकी शाखा को अवगत कराया जा सकता है। जिससे उक्त त्रुटि को सुधार कर आगामी कार्य आयोजना में सम्मिलित किया जा सके। साथ ही मोबाईल वर्जन का उपयोग कर मैदानी स्तर पर उपयोगकर्त्ता अपनी GPS Location को मैप पर देख सकेगा। उपयोगकर्त्ता स्वंय की Location अथवा किसी भी दो Location के बीच की दूरी का measurement आसानी से कर सकता है। उपलब्ध टूल से वन राजस्व सीमा विवाद (Forest & Revenue boundary dispute) को हल किया जा सकता है। एप्लीकेशन के माध्यम से चिन्हित क्षेत्र का एरिया प्राप्त कर आसानी से प्रिंट तैयार किया जा सकता है।

  • Encroachment & FRA Web App -

उक्त GIS Web Map Application के माध्यम से वनमंडल के समस्त Encroachment एवं FRA को मैप पर देखा जा सकता है तथा संबंधित व्यक्ति की जानकारी भी प्राप्त की जा सकती है। फिल्ड द्वारा सर्वे किये गये Encroachment को upload करने के उपरांत त्वरित ही वरिष्ठ अधिकारी/कर्मचारी Web App पर देख सकते है एवं उपरोक्त संबंध में निर्णय ले सकते है।

  • Assets Survey Application (Mobile based)

Survey123 & ArcGIS Field Maps दो Mobile based Applications द्वारा संपूर्ण वनमंडल के Assets Survey किया जा सकता है। उक्त एप्लीकेशन IOS & Android दोनो Operating System के मोबाईल के लिए उपलब्ध है। Assets Survey से प्राप्त डाटा को आसानी से किसी भी GIS based Web Map Application में उपयोग किया जा सकता है।

  • Catchment Web App -

Catchment GIS Web Map Application के माध्यम से वनमंडल की समस्त Waterbodies एवं Catchment Area को मैप पर देखा जा सकता है एवं इस App की सहायता से कक्षवार जल आपूति को देख कर आसानी contour trenches के निर्माण की सटीक स्थिति को मार्क किया जा सकता है। Catchment Web App में 3D Web map फिचर्स को सम्मिलित करने पर Catchment Area में जल संग्रहण की क्षमता का विश्लेषण भी किया जा सकता है। उक्त Web App वन क्षेत्र में किये जा रहे Project की planning में सहायक सिद्ध होगा।

  • Grid Web App (Coupe Demarcation Web Map Application) -

Grid Web App के माध्यम से वनमंडल के वन क्षेत्र हेतु different time intervals की Grid को तैयार किया जा रहा है जिसे planning में उपयोग किया जा सकेगा। साथ ही Coupe में उपयोग होने वाली Grid इस Web App के माध्यम से प्राप्त की जा सकती है।

  • Forest Mining Web App -

Mobile based Survey 123 & ArcGIS Field Maps के माध्यम से वन क्षेत्र में स्वीकृत Mining के सर्वेक्षित डाटा को Forest Mining WebApp के माध्यम से देखा जावेगा।

  • Nursery & Depot Web App -

उपयोगकर्त्ता इस एप्लीकेशन के माध्यम Nursery & Depot की location को उनके live Stock की जानकारी, दूरी एवं पहुंच सुलभ मार्गो के साथ आसानी से देख सकता है।

  • Working Plan Web App -

इस एप्लीकेशन के माध्यम से शासन से स्वीकृत कार्य आयोजनाओं को GIS Portal पर विभागीय Symbology के अनुरूप प्रदर्शित किया गया है। उक्त Web App के माध्यम से कार्य आयोजना में प्रयुक्त समस्त Layers को on/off mode में देखा जा सकता है।

रिमोट सेंसिंग


मध्यप्रदेश के वनों की सुरक्षा एवं संरक्षण हेतु सूचना प्रौद्योगिकी शाखा द्वारा वन आवरण एवं वन घनत्व में होने वाले परिवर्तन एवं वनों की प्रजाति तथा वनों के प्रकार का विश्लेषण किया जा रहा है। उक्त विश्लेषण हेतु NRSC हैदराबाद से प्राप्त की गई Medium Resolution सेटेलाईट इमेजरी LISS-IV (5.8 Meter) का उपयोग कर NDVI (Normalized Difference Vegetation Index) के माध्यम से Change Detection कर रिपोर्ट तैयार की गई है। gSA NDWI (Normalized Difference Water Index) के माध्यम से Water masking कर Water Bodies का विश्लेषण भी किया गया है। विभिन्न वनमंडलों की आवश्यकतानुसार Slope Map तैयार कर उनकी कार्य आयोजना हेतु प्रेषित किए गए है। संपूर्ण मध्यप्रदेश हेतु अद्यतन प्री एवं पोस्ट मानसून मीडियम रिज्योल्यूशन सेटेलाईट इमेजरी प्रोसेस कर तैयार की गई है।
  • जल स्रोत्रों के मानचित्र का एटलस

मध्यप्रदेश देश का टाईगर स्टेट है तथा हमारे वन विविध प्रकार के जीव-जन्तुओं से परिपूर्ण है। ग्रीष्म ऋतु में जानवरों के लिए पीने के पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करना वन्य जीव प्रंबधन के लिए आवश्यक रहता है, जिसके लिए सतही जल स्रोत्रों की पहचान कर उनको सूचीबद्ध कर प्रबंधन योजना में सम्मिलित किया जाता है।
सूचना प्रौद्योगिकी शाखा द्वारा मध्यप्रदेश के समस्त वन मंडलों के सतही जल स्रोत्रों का मानचित्रिकरण कर उन्हें http://mpforest.gov.in/Publicdomain/atlas/Atlas_MNDWI.pdf पर उपलब्ध कराया गया है। इन मानचित्रों को ग्रीष्म ऋतु के सैटेलाईट रिमोट सेंसिग डेटा के उपयोग से बनाया गया है।

  • वन आवरण के मानचित्र का एटलस

मध्यप्रदेश वन विभाग के समस्त वनमण्डलों का वनमण्डलवार वन आवरण मानचित्र एटलस सेटेलाईट इमेजरी की सहायता से तैयार किया गया है। इस हेतु लैंडसैट सेटेलाईट इमेजरी में उपस्थित NIR Band का उपयोग करते हुये NDVI (Normalized Diffenerce Vegetation Index) के माध्यम से तैयार किया गया है। यह वनमण्डलवार मानचित्र https://mpforest.gov.in/Publicdomain/ atlas/Atlas_ NDVI.pdf पर उपलब्ध कराया गया है।

  • True Color Composite के मानचित्र का एटलस

मध्यप्रदेश के समस्त वनमण्डलों को Visualization हेतु सेटेलाईट इमेजरी विश्लेषण कर Color Composite मानचित्र एटलस के रूप में तैयार किया गया है। जो https://mpforest.gov.in/ Publicdomain/atlas/Atlas_TCC.pdf पर उपलब्ध कराया गया है। इसमें मल्टीस्पेक्ट्रल इमेज का उपयोग करते हुए मानचित्र तैयार किया गया है।

विभागीय वेबसाईट का उन्नयन


विभागीय वेबसाईट में विभागीय अधिनियम, नियम, परिपत्र, अधिसूचनाएँ, दिशा-निर्देश, आदेश, नीतियाँ, न्यायालयीन प्रकरण एवं योजनाओं का संग्रहण किया गया है।
विभागीय उपयोग हेतु वन विभाग की शाखाओं, राष्ट्रीय उद्यान, अभ्यारण्य एवं वन विद्यालयों की जानकारी भी समाहित की गई है। इसके अतिरिक्त एकल लॉग-इन के माध्यम से विभिन्न प्रकार की एप्लीकेशनों का सार्वजनिक एवं विभागीय स्तर पर उपयोग किया जा सकता है।
सूचना का अधिकार के तहत वन विभाग की समस्त शाखाओं से जानकारी एकत्र कर विभागीय वेबसाईट पर शाखावार समाहित किया गया है। इसके अतिरिक्त वन विभाग की अधिसूचनाओं एवं कार्य आयोजनाओं को वनमण्डलवार विभागीय वेबसाईट पर अपलोड किया जा रहा है। विभागीय वेबसाईट का स्टेट डेटा सेन्टर द्वारा Security Audit कराया जा रहा है।

भारतीय वन सेवा (भा.व.से.) म.प्र. केडर के अधिकारियों के गोपनीय प्रतिवेदन ऑनलाईन लिखने हेतु सॉफ्टवेयर स्पैरो (SPARROW) का क्रियान्वयन


भारतीय वन सेवा (भा.व.से.) म.प्र. केडर के अधिकारियों के गोपनीय प्रतिवेदन ऑनलाईन लेखन का कार्य SPARROW (Smart Performance Appraisal Report Recording Online Window) सॉफ्टवेयर के माध्यम से वर्ष 2016-2017 से प्रारम्भ किया गया है।
सूचना प्रौद्योगिकी शाखा द्वारा पोर्ट्ल पर अधिकारीयो की On-Boarding, Designation Updation, Contact details Updation & E-mail ID Generation/ Activation ईत्यादी कार्य किए जाते है, साथ ही पोर्ट्ल पर Online PAR जारी करने हेतु Cadre Custodian के अकाउंट का उपयोग कर प्रतिवर्ष निर्देशानुसार PAR generate किये जाते है। पोर्ट्ल पर PAR Submission एवं IPR Submission हेतु अधिकारीयो की सहायता का कार्य सूचना प्रौद्योगिकी शाखा द्वारा निरंतर जारी है। वर्ष 2022-23 के अंतर्गत लगभग 200 अधिकारियों हेतु कुल 282 PAR Generate कराए गए है।

राज्य वन सेवा (ACF) म.प्र. केडर के अधिकारियों के गोपनीय प्रतिवेदन ऑनलाईन लिखने हेतु सॉफ्टवेयर स्पैरो (SPARROW) का क्रियान्वयन


राज्य वन सेवा (ACF) म.प्र. केडर के अधिकारियों के गोपनीय प्रतिवेदन ऑनलाईन लेखन का कार्य SPARROW (Smart Performance Appraisal Report Recording Online Window) सॉफ्टवेयर के माध्यम से वर्ष 2021-2022 से प्रारम्भ किया गया है। सूचना प्रौद्योगिकी शाखा द्वारा पोर्ट्ल पर अधिकारियों की On-Boarding, Designation Updation, Contact details Updation & E-mail ID Generation/ Activation इत्यादि कार्य किए जाते है, साथ ही पोर्टल पर Online PAR जारी करने हेतु Cadre Custodian के अकाउंट का उपयोग कर प्रतिवर्ष निर्देशानुसार PAR generate किये जाते है।
पोर्ट्ल पर सभी स्तर (Self apprisal, Reporting, Reviwing and Accepting level) पर PAR Submission हेतु अधिकारियों की सहायता का कार्य सूचना प्रौद्योगिकी शाखा द्वारा निरंतर जारी है। वर्ष 2022-23 के अंतर्गत लगभग 210 अधिकारियों हेतु कुल 264 PAR Generate कराए गए है। निर्धारित समयावधि में विभिन्न स्तरों पर PAR लेखन नहीं किये जाने एवं Custodian प्रशासन-1 के निर्देश अनुसार PAR को Force Forward करने का कार्य किया जाता है।

राज्य वन सेवा (Range Officer) म.प्र. केडर के अधिकारियों के गोपनीय प्रतिवेदन ऑनलाईन लिखने हेतु सॉफ्टवेयर स्पैरो (SPARROW) का क्रियान्वयन


राज्य वन सेवा (Range Officer) म.प्र. केडर के अधिकारियों के गोपनीय प्रतिवेदन ऑनलाईन लेखन का कार्य राज्य शासन से प्राप्त निर्देशों के परिपालन में SPARROW (Smart Performance Appraisal Report Recording Online Window) सॉफ्टवेयर के माध्यम से वर्ष 2022-2023 से प्रारम्भ किया गया है। सूचना प्रौद्योगिकी शाखा द्वारा पोर्ट्ल पर अधिकारीयो की PIMS Database तैयार कर On-Boarding तथा वनपरिक्षेत्र अधिकारियों के नाम आधारित E-mail ID Generate कर समस्त को SMS के माध्यम से Username Password भेजे गये है। साथ ही पोर्ट्ल पर Online PAR जारी करने हेतु 16 वृत्त कार्यालय तथा 08 टाईगर रिजर्व/नेशनल पार्क कार्यालयों को PAR जारी करने हेतु आवश्यक प्रशिक्षण सूचना प्रौद्योगिकी शाखा द्वारा Online/Offline माध्यम से दिया गया है। Cadre Custodian के अकाउंट के माध्यम से शेष PAR जारी किये गये है, साथ ही FRO Service के गोपनीय प्रतिवदन लेखन का कार्य प्रथमतः होने के फलस्वरूप क्षेत्रीय कार्यालयों द्वारा गलत PAR को सुधारने का कार्य भी शाखा द्वारा किया गया है। पोर्टल पर सभी स्तर (Self apprisal, Reporting, Reviwing and Accepting level) पर PAR Submission हेतु अधिकारीयो की सहायता का कार्य सूचना प्रौद्योगिकी शाखा द्वारा की गई है। वर्ष 2022-23 के अंतर्गत लगभग 770 अधिकारियों हेतु कुल 1186 PAR Generate कराए गए है।

विभागीय डाटा सेंटर


विभागीय डाटा सेंटर में Quad Core Processor based Server (27 Nos.) एवं Storage Area Network (SAN - 02 Nos), Network Attached Storage (NAS-02 Nos.) RAID - 5 Configured स्थापित है। जी.आई.एस. एवं रिमोट सेन्सिग के क्षेत्र मे सेटेलाईट डाटा संग्रहण हेतु Storage Area Network (SAN-100TB, 63TB) एवं 8 Core Processor based Server स्थापित है। विभागीय डाटा सेंटर को NKN द्वारा प्रदाय High Speed 100 Mbps के माध्यम से जोडा गया है। डाटा की सुरक्षा हेतु आधुनिक Sonicwall Firewall तकनीक का उपयोग किया गया है। Server तथा Firewall के मध्य त्वरित गति से डाटा स्थानांतरण हेतु 1 GB के 03 नग Cisco Layer III switch लगाए गए है जिसकी सहायता से विभागीय वेबसाईट तीव्र गति से कार्य कर रही है। विभागीय डाटा सेंटर माह फरवरी 2013 से म.प्र. शासन के सूचना प्रौद्यौगिकी विभाग द्वारा निर्मित स्टेट डाटा सेंटर मे स्थापित है। जिसका प्रबंधन एवं रख-रखाव वन विभाग की सूचना प्रौद्योगिकी शाखा द्वारा वन मुख्यालय वन भवन भोपाल से किया जा रहा है।

ई-ऑफिस प्रणाली


मध्यप्रदेश शासन, सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी निर्देशों के परिपालन में वन विभाग विभागाध्यक्ष कार्यालय भोपाल में ई-ऑफिस प्रणाली लागू करने हेतु दिनांक 27.09.2019 को माननीय वन मंत्री जी महोदय द्वारा शुभारंभ किया गया। ई-ऑफिस प्रणाली पायलेट रूप से मुख्यालय की तीन शाखाए- सूचना प्रौघोगिकी, ग्रीन इंडिया मिशन तथा संयुक्त वन प्रबंधन में दिनांक 16.09.2019 से लागू की गई। ई-ऑफिस प्रणाली लागू करने हेतु मुख्यालय की समस्त शाखाओें के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को सूचना प्रौद्योगिकी प्रशिक्षण कक्ष मे प्रशिक्षण दिया जा चुका है साथ ही लाकडाउन के समय भी वेब बेस्ड कान्फ्रेस / विडियो कान्फ्रेस के माध्यम से समस्त शाखाओं के अधिकारियों एवं कर्मचारियों हेतु माह अप्रेल, मई 2020 में ई-ऑफिस ट्रेनिंग आयोजित की गई है।
वर्तमान मे वन मुख्यालय की समस्त शाखाओ द्वारा ई-ऑफिस पर कार्य करना प्रारम्भ किया जाना शेष है। ई-ऑफिस पर कार्य करने मे आ रही कठ्नाईओ के निराकरण हेतु सूचना प्रौद्योगिकी शाखा द्वारा निरंतर सहयोग दिया जा रहा है एवं पुरानी फाईलो को स्केन करने हेतु सूचना प्रौद्योगिकी शाखा द्वारा मुख्यालय की 06 (सतर्कता शिकायत, अनुसंधान एवं विस्तार, संरक्षण, उत्पादन, प्रशासन-। एवं प्रशासन-।।) शाखाओ को हाई-एन्ड स्केनर प्रदाय करने का कार्य अगस्त 2020 मे किया गया है।

वन विभाग में ई.-टेण्डरिंग एवं सामग्री का इलेक्ट्रॉनिक क्रय


वन विभाग में ई.-प्रोक्योरमेन्ट लागू करने हेतु मध्यप्रदेश शासन ई.-प्रीक्योरमेंट नवीन पोर्टल mptenders.gov.in द्वारा ऑनलाईन निविदा जारी करने हेतु राज्य शासन से निर्देश प्राप्त हुए हैं। नवीन पोर्टल पर टेण्डर जारी करने की प्रक्रिया को विभाग में क्रियान्वयन करने हेतु सर्वप्रथम विभाग का ऑन बोर्डिंग नवीन पोर्टल पर कराये जाने की कार्यवाही पूर्ण की जा चुकी है। क्षेत्रीय कार्यालयों को नवीन पोर्टल संबंधी यूजर नेम तथा पासवर्ड प्रदाय किये जाकर पोर्टल के माध्यम से ई-टेण्डरिंग की प्रक्रिया प्रचलन में है। उक्त कार्यवाही के अंतर्गत विभिन्न वनमण्डलों के यूजर बनाये जा रहे है।
भारत सरकार के उपक्रम GeM (Government e-Marketing Plus) https:/gem.gov.in द्वारा क्रय हेतु प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख द्वारा मनोनित नोर्डल अधिकारी (प्राईमारी यूजर) के रूप में रहकर विभाग के क्षेत्रीय कार्यालयों की मांग अनुसार यूजर आईडी तथा पासवर्ड जनरेट किये गये। गर्वन्मेनट ई-मार्केट प्लस हेतु क्षेत्रीय कार्यालयों के लिए पैमेन्ट अथारटी तथा बायर अथारटी के क्रेडेंशियल्स संबंधित अधिकारी के शासकीय ईमेल तथा आधार एवं मोबाईल नंबर के अनुरुप बनाकर मांग अनुसार ई.मेल तथा एसएमएस के माध्यम प्रदाय किये जा रहे हैं। वर्तमान में लगभग 246 पैमेन्ट/बायर अथारटी यूजर आईडी तथा पासवर्ड जारी किये जा चुके है।

वीडियो कान्फ्रेंस सुविधा


भोपाल मुख्यालय सहित 16 क्षेत्रीय वृत्त कार्यालयों/64 वनमण्डलों में वीडियों कान्फ्रेंसिंग की सुविधा उपलब्ध है। इस सुविधा के माध्यम से नियमित रूप से मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा क्षेत्रीय अधिकारियों से विभिन्न महत्वपूर्ण एवं सामयिक विषयों पर चर्चा आयोजित की जाती है एवं यह सुविधा वर्तमान में भी उपयोग में लाई जा रही है साथ ही विगत दो वर्षो में कोविड-19 की स्थिति में दृष्टि में रखते हुए शासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करते हुए ऑनलाइन सॉफ्टवेयर वेब-एक्स के माध्यम से अधिकारियों के स्वयं के प्रतिकक्ष से वेव विडियों कान्फ्रेसिंग सुविधा का उपयोग किया जा रहा है, जो कि प्रतिमाह माह के द्वितीय शुक्रवार को अपर प्रमुख सचिव वन की अध्यक्षता में आयोजित की जाती है।

विभाग के उपयोगी एप्लीकेशन


वन एवं वन्य प्राणी प्रबंध को प्रभावशील बनाने के लिए मुख्य रूप से निम्नानुसार सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन विकसित किये गये है:-
  • सिम्प्लीफायर near real time fire monitoring system

सूचना प्रौद्योगिकी शाखा द्वारा नासा के सैटेलाईट से प्राप्त near real time fire डेटा को मानचित्र में अंकित करने की प्रणाली विकसित की गई है, जो सिम्प्लीफायर के नाम से https://mpforest.maps.arcgis.com/apps/Embed/index.html?webmap=329f4476069d430dba3c6a6e3d693408&extent=72.5658,20.1545,84.6948,27.1233&home=true&zoom=true&
scale=true&search=true&searchextent=false&details=true&basemap_toggle=true&alt_basemap=topo&disable_scroll=false&theme=light पर उपलब्ध कराई गई है।
इसके उपयोग से वन तथा राजस्व क्षेत्रों में लगी अग्नि के बारे में त्वरित जानकारी प्राप्त होती है जो वन अग्नि प्रंबधन हेतु उपयोगी है। जानकारी को राज्य, वृत्त, वन मंडल, रेंज, बीट, तथा कम्पार्टमेंट के लेवल पर देखा जा सकता है।

  • फारेस्ट फायर अलर्ट सिस्टम 3.0

भारतीय वन सर्वेक्षण के पोर्टल फारेस्ट फायर अलर्ट सिस्टम 3.0 की सहायता से वनक्षेत्रों में लगी आग को सेटेलाईट के माध्यम से जानकारी प्राप्त कर रजिस्ट्रड मोबाईल नम्बर पर एसएमएस के माध्यम से सूचना दी जाती है जिससे कि संबंधित क्षेत्र में वन अमले द्वारा पहुंचकर अग्नि नियंत्रण कर वनों की रक्षा की जाती है।

  • फारेस्ट आफेंस मैनेजमेंट सिस्टम (FOMS)

प्रणाली के माध्यम से वर्षवार पजीकृत वन अपराधों की जानकारी, परिक्षेत्र वन अपराध पंजी, जांच, अभिसंधान, वसूली कालातीत प्रकरणों एवं राजसात वाहनों की रिपोर्ट प्राप्त की जा सकती है।

  • वन अपराधी डेटाबेस

मध्यप्रदेश के वन अपराधों में लिप्त अपराधियों की जानकारी संधारण के लिये वन अपराधी डेटाबेस का निर्माण किया गया है। वन अपराध प्रकरणों में दर्ज किये जाने वाले POR से इन अपराधियों को Link करने की व्यवस्था बनाई गई है।

  • अधिकारी कर्मचारी प्रबंधन प्रणाली

इस प्रणाली के माध्यम से विभागीय कर्मचारियों का डेटाबेस तैयार किया जाता है इसमें उनकी सेवाओं का विवरण एवं नियुक्ति, पदस्थिति, आदि सम्मिलित होती है।
इसके प्रथम मॉड्यूल में अधिकारी कर्मचारी की व्यक्तिगत, शासकीय, पता आदि की जानकारी एकत्र करना प्रारंभ किया गया, जिसको सभी के द्वारा सराहा गया। जानकारी के अद्यतन सुचारू रूप से प्रारंभ है एवं आज दिनांक तक 18198 अधिकारियों कर्मचारियों के रिकार्ड ऑनलाईन है। जिसको विभिन्न मापदण्डों से देखा जा सकता है।

  • प्लान्टेशन मानिटरिंग सिस्टम (PMS)

इस प्रणाली के द्वारा वृक्षारोपण का पंजीकरण, उनकी वास्तविक भौगोलिक स्थिति, क्षेत्र का विवरण, प्रजाति आदि का डेटाबेस तैयार कर वृक्षारोपण क्षेत्रों का अनुश्रवण किया जाता है।

  • रोपणी प्रबंधन सूचना प्रणाली

रिसर्च एवं एक्स्टेन्शन के लिए ऑनलाईन एप्लीकेशन बनाई गई, जिसमें प्रदेश की नर्सरी के स्टाक, निर्वतन एवं ग्रेड उन्नयन से संबंधित जानकारी एक ही स्थान पर उपलब्ध कराई गई है। जिससे पारदर्शिता आई है एवं नर्सरी के अनुश्रवण से बहुत सहायता प्राप्त हुई है।

  • कैम्पा प्रणाली

सूचना प्रौद्योगिकी शाखा द्वारा कैम्पा शाखा के लिए वर्ष 2021 में कैम्पा प्रणाली का विकास किया गया, जिसके अंतर्गत प्रदेश भर में कैम्पा मद के अंतर्गत किए गए विभिन्न प्रकार के कार्यो को ऑनलाईन ए.पी.ओ. के आधार पर बजट आवंटन एवं कार्यो का वित्तीय मूल्यांकन किया जाता है। प्रणाली में वर्तमान ए.पी.ओ. के साथ ही पूर्व के वर्षो के ए.पी.ओ एवं उनके अंतर्गत किए गए कार्यो का भी संधारण कर भौतिक एवं वित्तीय मूल्यांकन किया जा रहा है।

  • कान्ट्रेक्टर पंजीयन प्रणाली

वन विभाग के विभिन्न काष्ठागारों में काष्ठ की नीलामी प्रक्रिया को कम्प्यूटर के माध्यम से संचालित करने हेतु इस प्रणाली के माध्यम से विभिन्न प्रदेशों एवं मध्यप्रदेश के समस्त विनिर्माता/व्यापारी/उपभोक्ता/फुटकर विक्रेता द्वारा ऑनलाईन पंजीयन एवं किया जाता है। क्रेताओं के द्वारा पंजीयन राशि के आनलाइन भुगतान के लिए सूचना प्रौद्योगिकी शाखा द्वारा ट्रेजरी के पेमेन्ट गेटवे का इन्ट्रीगेशन का कार्य किया गया। पंजीयन के समय उपलब्ध कराये गये आवश्यक दस्तावेजों एवं भुगतान का परीक्षण वनमण्डलाधिकारी द्वारा किया जाकर क्रेताओं को प्रमाण पत्र ऑनलाईन जारी किया जाता है जिसे क्रेता इस प्रणाली में लाग-इन कर डाउनलोड कर सकते हैं।

  • बजट प्रबंधन (मध्य प्रदेश राज्य लघु वनोपज संघ)

इस एप्लीकेशन का विकास मध्य प्रदेश राज्य लघु वनोपज संघ के लिए किया गया है जिसमे मुख्यालय द्वारा सैंक्शन, आवंटन एवं डिवीजन द्वारा प्रगति एवं व्यय की जानकारी के साथ फोटो वीडियो अपलोड किये जाते है। इस एप्लीकेशन में विभिन्न प्रकार की रिपोर्ट्स सैंक्शन, विमुक्ति आदेश एवं क्वेरी बिल्डर इत्यादि उपलब्ध है।

  • राष्ट्रीय परिवहन अनुज्ञा-पत्र प्रणाली

NTPS पोर्टल का निर्माण Ministry of Environment, Forest and Climate Change (MoEFCC) के द्वारा किया गया है। यह एक वर्क फ्लो पर आधारित एप्लीकेशन है जिसे डेस्कटॉप एवं मोबाईल संस्करण उपयोग के लिए उपलब्ध है। इन दोनों प्रकार के सस्करणों की सहायता से आवेदक निजी भूमि पर उगाई जा रही प्रजातियों के लिए Transit Permit (TP) या No Objection Certificate (NOC) के लिए आवेदन कर सकता है। Transit Permit (TP) का भुगतान वेब पोर्टल या मोबाईल एप्लीकेशन के माध्यम से किया जा सकता है। दिनांक 12 अक्टूबर 2020 से 22 अक्टूबर 2020 तक सभी 16 वृत्तों के विभिन्न वनमण्डलों को सूचना प्रौद्योगिकी शाखा द्वारा प्रशिक्षण दिया जा चुका है, तथा दिनांक 01.08.2021 से पूरे प्रदेश में उक्त प्रणाली का सफल क्रियान्वयन सुनिश्चित किया गया है।

  • गैर वन-भूमि अनापत्ति प्रमाण पत्र (फारेस्ट ऑनलाइन एन.ओ.सी)

उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT), म0प्र0 औद्योगिक विकास निगम लिमिटेड (MPIDC) भोपाल एवं वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय भारत सरकार के के अंतर्गत जिला स्तरीय सुधार योजना का कार्यान्वयन है।
इस सुधार योजना का उद्देश्य विभिन्न हित धारको को मुख्यतः इनफार्मेशन एंड कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी (ICT) के माध्यम से सहायता करना है। सूचना प्रौद्योगिकी की क्षमताओं का उपयोग करके विभागों की विभिन्न राज्य एवं जिला स्तरीय सेवाओं का स्वचालित संचालन किया गया है। इस हेतु म0प्र0 वन विभाग ने MAP_IT भोपाल के सहयोग से जिला स्तरीय सुधार कार्यक्रम-2019 (DBRAP) के तहत Ease of Business (EoDB) की सुविधा प्रदान करने हेतु गैर वन भूमि का प्रमाण पत्र एवं जंगल से दूरी का प्रमाण पत्र इत्यादि सेवाओं के लिये एक Online Software Application विकसित किया है।
अब आवेदक बिना किसी कार्यालय में गए वेबसाइट https://mpforest.gov.in/forestnoc के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकेगा। भूमि की पड़ताल सेटेलाइट डेटा तथा जियोग्राफिक इनफार्मेशन सिस्टम की सहयता से स्वतः हो जाएगा। अपवादात्मक परिस्थितियों के अलावा कही भी आवेदक को या शासकीय अधिकारी/कर्मचारियों को मानवीय मध्यवर्तन की आवश्यकता नही रहेगी। इस पहल के तहत अब मात्रा रूपए 512 (सेवा शुल्क सम्मलित) का ऑनलाइन भुगतान करना होगा और आवेदक डिजिटल रूप से अनुमोदित NOC प्रमाण पत्र वेबसाइट से डाउनलोड कर पायेगा।
इस योजना को शासन द्वारा लोकसेवा गारंटी अधिनियम के अंतर्गत भी लिया गया है जिस से दो सप्ताह के अंदर ही प्रमाण पत्र जारी हो सकेगा। यह Ease Of Doing Business, e-Governance, Citizen Centric Governance के प्रति विभाग की प्रतिबध्दता का एक उदाहरण है।

  • वन मंडल अधिकारी कार्य निष्पादन प्रणाली

वन मंडल अधिकरियों के समग्र मूल्यांकन के लिए उक्त प्रणाली का उपयोग किया जा रहा है प्रणाली के माध्यम से वन मंडल अधिकारियों को मासिक मुख्यालय द्वारा निर्धारित विभिन्न 12 बिन्दुओं के लक्ष्य की उपलब्धियों के आधार पर रैकिंग दी जाती है। प्रणाली का अनुवीक्षण प्रमुख सचिव वन, सचिव वन एव प्र.मु.व.स. एवं वन बल प्रमुख द्वारा किया जाता है।

  • आजादी का अमृत महोत्सव प्रणाली

सूचना प्रौद्योगिकी शाखा द्वारा वर्तमान में आजादी का अमृत महोत्सव प्रणाली का विकसित की गई है, जिसमें वृक्षारोपण अभियान-I एवं वृक्षारोपण अभियान-II में किये गये कार्यो का अनुश्रवण एवं मूल्यांकन किया जाता है।

  • वन राजस्व संग्रहण प्रणाली

विभाग के विभिन्न कार्यालयों के माध्यम से प्राप्त राजस्व की निगरानी एवं मूल्यांकन हेतु सचिव वन के निर्देशानुसार उक्त प्रणाली का निर्माण किया है। जिसमें राजस्व प्राप्ति के विभिन्न मदों के अनुरूप वार्षिक एवं मासिक लक्ष्य एवं उपलब्धियों की प्रविष्टि विभिन्न ईकाईयों एवं वन मंडलों सें की जाती है, इस प्राणाली का अनुश्रवण अपर मुख्य सचिव वन, सचिव वन, प्र.मु.व.सं. एवं वन बल प्रमुख द्वारा किया जाता है।

मध्यप्रदेश प्लांट बायोडाइवर्सिटी सर्च इंजन


मध्यप्रदेश में विभिन्न वन मंडलों के पादप जैव विविधता को सूचना प्रौद्योगिकी शाखा द्वारा मध्यप्रदेश प्लांट बायोडाइवर्सिटी सर्च इंजन के रूप में विकसित किया गया है। इसके द्वारा किसी भी वन मंडल या ईको रीजन के पौधों की जानकारी प्राप्त की जा सकती है। पौधो को उनके बौटनिकल या स्थानीय नामों से सर्च किया जा सकता है, तथा किसी विशेष पौधे की उपलब्धता भी ज्ञात की जा सकती है, जो विशेष तौर पर संकटापन प्रजातियों के बीज संग्रहण के लिए उपयोगी है।

वन सुविधा प्रणाली


इस प्रणाली का उपयोग जन हानि/जन घायल/पशु हानि इत्यादि प्रकरणो के पंजीयन एवं लाभार्थी को प्रदान किये जाने वाले मुआवजे के अनुश्रवण हेतु किया जा रहा है। इस प्रणाली के दो भाग है- (1) Android App (2) Online application
परिक्षेत्र अधिकारी को Android App में login उपरांत जन हानि/जन घायल/पशु हानि इत्यादि प्रकरणो को capture करते है एवं नेटवर्क उपलब्ध होने पर इन प्रकरणों को online application में sync करते है। उप वनमण्डलाधिकारी परिक्षेत्र अधिकारी द्वारा प्रस्तावित राहत राशि में आवश्यक संशोधन कर सकते है। परिक्षेत्र अधिकारी इन प्रकरणो के स्वीकृति आदेश का प्रारूप generate कर हस्ताक्षर के उपरांत इसे पोर्टल पर upload करते है।
वनमण्डलाधिकारी इस generate किये गये स्वीकृति आदेश का उपयोग लाभार्थी के खाते में ट्रेजरी प्रक्रिया द्वारा राहत राशि के भुगतान हेतु करते है।

आरामिल पंजीयन/नामांतरण/हस्तांतरण प्रणाली


माननीय सर्वोच्च न्यायालय के 12-12-96 के आदेश के परिपालन में न्यायालय में प्रस्तुत सूची में शामिल आरा मिल का पंजीयन/नवीनीकरण/नामांतरण/हस्तांतरण इस प्रणाली के माध्यम से किया जा रहा है यह कार्य वनमण्डल/परिक्षेत्र/उपवनमण्डल एवं समिति के अनुमोदन से किया जा रहा है।

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  • कार्यालय प्रधान मुख्य वन संरक्षक,
    मध्यप्रदेश, वन भवन, तुलसी नगर, लिंक रोड नंबर-2, भोपाल- 462003
  • दूरभाष : +91 (0755) 2674240, 2524132
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