About Destination :
Singaurgarh Sanctuary, named after the ancient Singaurgarh Fort, is located 6 km from the village of Singrampur. The fort, built in 1357 AD by the ruler Shri Gaj Singh Parihar, stands as a testament to the region's rich history. In 1564, the Mughal commander Asif Khan attacked Singaurgarh, resulting in the defeat of Rani Durgavati despite her courageous resistance. The remnants of this historic fort still exist today, offering a glimpse into the past.
In the heart of the sanctuary lies a historically significant pond, one of the main water sources in the area. The sanctuary also encompasses the Veerangana Durgawati Sanctuary, renowned for its stunning natural beauty. A highlight of this area is Nidan Falls, which remains a flowing cascade until May each year. This 300-foot waterfall is a significant tourist attraction, surrounded by nests of various unique and attractive bird species.
Visit Singaurgarh Sanctuary to explore the blend of history and nature. Discover the ancient fort, enjoy the scenic pond, and marvel at the breathtaking Nidan Falls, making it an ideal destination for history enthusiasts and nature lovers alike.
सिंगौरगढ अभ्यारण्य का नाम प्राचीन किला सिंगौरगढ के नाम पर रखा गया है जो कि ग्राम सिंग्रामपुर से 6 कि.मी. की दूरी पर अभ्यारण्य क्षेत्र मे स्थित है। इसका निर्माण 1357 ईस्वी में तत्कालीन शासक श्री गज सिह परिहार के द्वारा कराया गया था। वर्ष 1564 में मुगल सूबेदार आसिफ खान द्वारा सिंगौरगढ पर आक्रमण किया, जिसमें रानी दुर्गावती की बड़े ही साहस से लड़ने के बाद हार हुई थी, किले के अवशेष आज भी मौजूद है। अभ्यारण्य के बीच में एक ऐतीहासिक सुन्दर तालाब है जो प्रमुख जल स्त्रोत में से एक है।
वीरांगना दुर्गावती अभ्यारण्य, सिंगौरगढ रमणीक प्राकृतिक सौदर्य का प्रतीक है। यहाँ निदान जलप्रपात है, इसमे प्रत्येक वर्ष मई माह तक पानी की उपलब्धता रहती है। यह पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थल है तथा उक्त जलप्रपात की उंचाई 300 फीट है। जलप्रपात के आस पास अनेक प्रकार के पक्षियों के घोसले देखे जा सकते है, जो अत्यंत ही अलग और मनमोहक हैं ।