वनस्पति एवं वन्यप्राणी : |
अभयारण्य में शुष्क पर्णपाती मिश्रित प्रकार का वन है। चैम्पियन व सेठ के वर्गीकरण के आधार पर MP-18/ type II-5-DS/1 dry deciduous scrub forest हैं। क्षेत्र के अंदर कृत्रिम रूप से उगाया गया सागौन प्रजाति का रोपण 2 जगह (छाबड़, देवगढ़) मौजूद है। वन की मुख्य प्रजाति खेर, करघई, धावड़ा, लेंडिया, साज, तेन्दू, घोंट, बेर, सालर, गुर्जन, बहेड़ा, आंवला, महुआ, सीताफल, दूधी, करोंदा, मकोई लेंटाना हैं। क्राउन डेंसिटी 00 से 0.7 हैं। वनों की साइट क्वालिटी IVB व V है। जंगली जानवरों में मुख्य रूप से तेंदुआ, लकड़बग्गा, चिंकारा, चीतल, नीलगाय, सांभर, जंगली सुअर, मोर, मगर, खरगोश तथा माइग्रेटरी बर्ड आदि है।
प्रमुख पौधे
करघई / कल्दी धावड़ा तेन्दु, पलास, दूधी, करौंदा, लैंटाना, बरगद, जामून, आम, बहेड़ा, नीम, महुआ, अचार, बॉस, अर्जून, कुल्लु, गुर्जन, ईमली, चंदन, बबूल, घटबेर / घोंट, मकोई, चिरोटा, पीपल, सागौन, सीताफल, सलई, साज, गूलर, लैंडिया / कलिया सेजा, अमलतास, ऑवला, खजूर, दूब घास, महानीम, बैर, कांस, खैर, कैथा / कबीट, बेल, अस्ठा, केम / फलदु जंगली तुलसी।
प्रमुख जंगली जानवर
क्रमांक |
प्रचालित नाम |
अंग्रेजी नाम |
वैज्ञानिक नाम |
1. |
तेंदुआ |
Panther |
Panthera Pardus |
2. |
लोमडी |
Indian Fox |
Vulpes bengalensis |
3. |
चौसिंगा |
Fourhorned antelope |
Tetracerus quadricornis |
4. |
चीतल |
Spoted deer |
Axix axix |
5. |
नीलगाय |
Blue bull |
Boselaphas tragocamlus |
6. |
सांभर |
Samber |
Cervus unicolor |
7. |
खरगोश |
Blacknaped hare |
Lepus nigricollis |
8. |
जंगली सुअर |
Wild boar |
Sus scrofa |
9. |
गिलहरी |
Palm spuirrel |
Funambulus pennanti |
10. |
चिंकारा |
Indian gazelle |
Gazella gazelle |
11. |
भेडकी ए काकर |
Barking deer |
Muntiacus muntjak |
12. |
लकडबग्घा ए जरख |
Striped Hyena |
Hyaena hyaena |
13. |
सेही |
Indian porcupine |
Hystrix indica |
14. |
नेवला |
Common mangoose |
Herpestes edwardsi |
15. |
काला हिरण |
Black buck |
Antilope cervicapra |
16. |
गोह |
Monitor lozard |
Varanus bengalensis |
17. |
कोबरा ए नाग |
Naja |
Naja naja |
18. |
क्रेत |
Krait |
Krait |
19. |
अजगर |
Rock pithen |
Phython moluras |
20. |
पेंगोलिन |
Bajra kit |
Menis crassicaudata |
21. |
लंगूर |
Common langur |
Presbytis entellus |
22. |
बंदर |
Rhesus macaque |
Macaca mulatta |
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क्षेत्र की विशिष्टता : |
पक्षी दर्शन :- अभ्यारण्य में लगभग 175 पक्षी प्रजातियां पाई जाती है जिसमें म.प्र. का राज्यपक्षी दूधराज यहॉ-वहॉ उड़ते दिखाई देता है। यहां कई विशेष पक्षी प्रजातियां जैसे रोड़ स्पफाउल, प्लमहैडेड पैराकीट, हरियल आदि आमतौर पर मिलती है। ठंड में अभयारण्य में स्थित जलाशयों में विभिन्न प्रवासी पक्षी प्रजातियां जैसे ब्राह्मणी डक, पिनटेल, कॉन टील, कॉब डक आदि अठखेलियां करते देखे जा सकते है।
नेचर ट्रेल :- अभयारण्य में लगभग 30 प्रकार के वन्य पशु एवं 190 प्रकार की वनस्पतियां पाई जाती है। अभयारण्य में बनी ट्रेल में भ्रमण करते समय सांभर, चीतल, जंगली सुअर, सियार इत्यादि जीव दिखाई देते है। वहां तेन्दुए के पदचिन्ह व खरोंच के निशान भी मिलते है। विभिन्न मौसमों में फलने-फूलने वाली वनस्पति प्रजातियां जैसे पलाश, खैर, महुआ, साज, अमलतास इत्यादि भी प्रमुखता से पाई जाती है। तीन अलग-अलग पेड़ो की एक दूसरे से जुड़ी डाले पर्यटकों को आश्चर्य में डाल देती है।
जंगल सफारी :- अभयारण्य में भ्रमण हेतु स्वयं के वाहन से जंगल सफारी की भी सुविधा है। जंगल सफारी द्वारा संपूर्ण अभयारण्य में पाये जाने वाले वन्यजीवों एवं पक्षियों को देखने का आनंद उठाया जा सकता है।
नौका भ्रमण :- अभयारण्य के चिड़ीखो जलाशय में पैडल बोड द्वारा सूर्योदय व सूर्यास्त के विहंगम दृश्य का आनंद लिया जा सकता है तथा प्रवासी पक्षियों को भी निहारा जा सकता है।
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